Saturday 17 January 2015

STEREOTYPICAL VEGETARIAN

जश्न मनाने को लेकर हम Vegetarian   लोगो की ज़िन्दगी काफी हद तक predictable सी हो गयी है| जैसे की मान लीजिये की अगर आपका कोई दोस्त कल restaurant  गया था तो आप उससे बिना confirm किये ये पूछ सकते है की "भाई कल कढाई पनीर कैसा था"

90% chance है की वो कहेगा " बढ़िया था " और 10%  chance है की वो कहेगा की "कल मैंने कढाई पनीर नहीं  शाही  पनीर खाया था| मगर इतना तय है की उसने खाया पनीर ही होगा|

दरसल सालों की practice के बाद vegetarian  आदमी को ये लगने लगता है की अगर order में एक item पनीर 
का ना लिखवाया तो उससे संविधान की किसी संवेदनशील धारा का उल्लंघन हो जाएगा और बीच खाने में police "you are under arrest" कह कर उसे गिरफ्तार कर लेगी| दो हवाई फायर कर inspector उससे ज़रा भी होशियारी ना दिखाने की हिदायत देगा| हाथों में gloves पहने दया जैसे agent , evidence के तौर पर उसकी थाली अपने कब्ज़े में ले लेगा  और एक सीनियर officer से कहेगा " सर, हमरी information बिलकुल सही थी, इनकी थाली में पनीर का एक भी आइटम नहीं है|


इसी तरह किसी party में  चाहे पेट जितना भी भरा हो , मगर हम vegetarian लोग main course के टाइम 3 करछी पनीर डालना नहीं भूलते ...ताकि बाद में इस बात का अपराधबोध ना हो की "यार party में गए और पनीर नहीं लिया|"


खैर vegetarian होने और पनीर से इतनी मोहब्बत के बावजूद ..तमाम chineseआइटम बनाने वालों से अनुरोध है की यार chowmein में पनीर डालना बंद करो...वैसे भी china से हमारे रिश्ते अच्छे नहीं है|